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हिन्दवी स्वराज्य संस्थापक छत्रपति राजे शिवाजी महाराज इनकी आज दिनांक १ ९ फरवरी को जयंती है !श्री शिवाजी महाराज की जयंती दो बार मनाई जाती है ! हमारे महाराष्ट्र में दो विचार है ! एक तारीख के हिसाब से मानते है ! और एक तिथि के पक्षधर है ! महाराष्ट्र सरकार तारीख को ही मानती है ! और हिंदुत्वा वादी तिथि के पक्षधर है ! मगर एक बात दोनोमे एक है की दोनों श्री शिवाजी महाराज पे श्रध्दा रखते है ! दोनों के ही विचार मे श्री शिवाजी महाराज का जीवन प्रेरणा दायक है ! मित्रो ऐसी क्या बात है की आज ३८ ३ सालो के बाद भी महाराज का जीवन प्रेरणा देता है ! आज समकालीन राजाओ में हमें किसी और राजा का नाम ज्ञात नहीं होता किसी और रजा का कार्य ज्ञात नहीं होता की जो हमारे जीवन में प्रेरणा का काम करता हो मगर महाराज में ऐसा क्या था की जिनका नाम भर लेनेसे एक उर्जा का संचार शारीर में होता है ! महाराज के नाम का जयकारा संपूर्ण वातावरण में जोश भरता है ! इन सभी बातो का विचार किया जाये तो ये प्रतीत होता है ! उनकी कार्य पद्धति उनकी जनता के प्रति सोच उनकी अपने धर्म के प्रती श्रध्दा ऐसी अनेक बाते है ! जो हमें उनका जयकारा लगाने को मजबूर करता है ! जब देश में मुग़ल शासको का राज था और पूरा देश मुगलो के आधिकार में था तब सभी अन्य अन्य रजा ,सरदार ,मुगलों की जी हुजूरी करने में वस्थ थे कोही भी सामान्य जनता की आवाज सुनने वाला नहीं था ! सामान्य जनता का विश्वास ख़त्म हो रहाथा ! आये दिन कोही भी आता और बहु बेटी को उठा ले जाता कोही भी खेती की उपज ले जाता, सभी तरफ अविश्वास वातावरण था ! मुगलों के शाशन काल में ऐसे अनेक घटना घट रही थी ! कमजोर हिन्दू को धर्मातरित करने का कम चल रहा था संपूर्ण हिन्दू समाज में असुरक्षा की भावना थी ! और ऐसे परिस्थिति में सम्पूर्ण मुग़ल साशको का विरोध करके इस देश में हिन्दवी स्वराज्य की नीव राखी सामान्य जनता को भरोसा दिलाया और उनिको संघटित कर आपने राज्य की स्थापना की अपने तकाद और जनता की मदत से इस देश में फिर एक बार धर्मं आधारित राज्य की स्थापना की, आपने राज्य काल में उन्होंने समाज जीवन का पूरा ख्याल रखा, खेती आधारित उद्योगों का विकास किया, न्याय वेवस्था सक्षम की, लोगो में सुरक्षा की भावना निर्माण की उनकी सबसे अछी बात ये रही की दलित शोषित समाज में भी नव चैतन्य निर्माण किया और सम्पूर्ण हिन्दू समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास निरंतर किया!
मित्रो ऐसे प्रतिभाशाली राजा छत्रपती शिवाजी महाराज की जयंती आज है ! उनके जन्म तारीख को ले कर मतभेद हो सकते है ! और वो हमारा स्वभाव है ! हम ऐसे छोटे मोटे वाद विवाद करते रहते है ! मगर हमें महाराज पे अपनी श्रध्दा का वाद नहीं है ! उनोने किये हुवे माहान कार्य पे कोइ वाद नहीं है ! इसलिए मेरा सोचना ऐसा है की हमें उनके विचारो का उनके कार्य का उनकी हिन्दू धर्म प्रति श्रद्धा का अनुसरण करना चाहिए तभी हमारा भारत देश सही मायने में विश्व की महा सत्ता बनेगा
आखिर में देशकी सभी जनता को शिव जयंती की बधाई
धन्यवाद्
"जय भवानी जय शिवाजी "
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