माननीय श्री नितीनजी गडकरी इन्होने कल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष के पद से राजीनामा दिया कारण उनके चरित्र पे लोगो ने मिडीया के माध्यम से निराधार आरोप लगाये ये बात सभी को समज आ रही है ! जितने भी आरोप है इसमे कोई दम नही है पर मिडिया मे बार बार बताके एक माहोल बनाया गया, नितीनजी दुबारा अध्यक्ष बनाना तय था! भारतीय जनता पार्टी के इतिहास मे पहेली बार ऐसी परिस्थिती निर्माण हुवी कि अध्यक्ष पद के लिये चुनाव हो सकते है !मगर नितीनजी ने मेरे कारण पार्टी का नुकसान न हो इस लिये पीछे हट गये और श्री राजनाथसिंग जी का नाम अध्यक्ष पद के लिये दिया, और यहि एक असामान्य नेताकी पाहिचान है! दुख कि बात ये है कि माननीय अडवाणीजी इनकी भूमिका इस पुरे विषय मे सक्रिय राही है! आज पार्टी के इतिहास मी पाहेली बार इस विरोध कि परिस्थिती निर्माण हुवी है अगर कल पार्टी मे चुनाव होते तो गडकरी हि चुनाव जीत जाते मगर पार्टी खत्म हो जाती! और नितीनजी ने अपना नाम वापस लेकर अपनी पार्टी के प्रती श्रद्धा का परिचय दिया है ! और येही एक स्वयंसेवक कि पाहिचन है ! और इस लिये पार्टी का साधारण से साधारण कार्यकर्ता नितीनजी आपको सेलूट करता है ! इस को हि कह्ते है पार्टी विथ डिफरन्स !!!!
Thursday, January 24, 2013
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